Bed New Rules: B.Ed अभ्यर्थियों के लिए प्राथमिक शिक्षक बनने हेतु ब्रिज कोर्स करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार ने इस पर सहमति देते हुए मंजूरी दी है और 1 नवंबर से आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो रही है। इसी बीच B.Ed के आधार पर 69,000 शिक्षक भर्ती में चयनित शिक्षकों की ब्रिज कोर्स के लिए अतिरिक्त अवसर की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया है। शीर्ष अदालत ने 8 अक्टूबर के आदेश में प्रयागराज के कुछ शिक्षकों की ओर से दाखिल की गई याचिका पर विचार करने से मना कर दिया। बता दें इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त 2023 से पहले नियुक्त B.Edधारी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से ब्रिज कोर्स करने के आदेश दिए थे। शिक्षकों को ब्रिज कोर्स शुरू होने की तिथि से एक वर्ष के समय में पूरा करना है। शिक्षकों को केवल एक बार में ही कोर्स पूरा करना होगा। अगर कोर्स पूरा नहीं करते हैं तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार कोर्स पूरा न करने वाले शिक्षकों की नियुक्ति अमान्य हो जाएगी।
ब्रिज कोर्स के लिए नहीं मिलेगा अतिरिक्त अवसर
सुप्रीम कोर्ट में शिक्षकों द्वारा याचिका दाखिल की गई थी जिसमें कहा गया था कि उन्हें ब्रिज कोर्स करने के लिए अतिरिक्त अवसर दिया जाए। सर्वोच्च न्यायालय में दायर की गई इन याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट ने सुनने से इनकार कर दिया और किसी भी अतिरिक्त अवसर देने से इनकार किया है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान की ओर से प्राथमिक शिक्षा में 6 महीने के प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने 2 जुलाई 2025 को मंजूरी दी है। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने भी ट्रेनिंग के आदेश जारी कर दिए हैं। ऐसे शिक्षकों में से जो ट्रेनिंग में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें 1 नवंबर से 15 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा और 1 दिसंबर से 30 मई तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। बता दें सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ब्रिज कोर्स करने की जिम्मेदारी एनआईओएस को दी गई है।
2 जुलाई से बदला B.Ed का नियम
सुप्रीम कोर्ट में प्राथमिक शिक्षक से B.Ed को बाहर करने के बाद देश भर के ऐसे शिक्षक जो B.Ed के आधार पर प्राथमिक टीचर बने हैं, उनके लिए असमंजस की स्थिति पैदा हो गई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एनसीटीई ने इन शिक्षकों को ब्रिज कोर्स करने की मान्यता 2 जुलाई 2025 को दी है। अब ये शिक्षक ब्रिज कोर्स करने के बाद प्राथमिक शिक्षक के लिए मान्य होंगे। हालांकि आदेश है कि शिक्षकों को 1 वर्ष के भीतर कोर्स पूरा करना होगा। बता दें सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त 2023 से पहले नियुक्त B.Edधारी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से ब्रिज कोर्स करने के आदेश दिए थे।
कोर्स के बाद B.Ed वालों को प्राइमरी शिक्षक बनने का मौका
B.Ed डिग्री करने वाले सभी कैंडिडेट्स को अब ब्रिज कोर्स करने के बाद प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने का मौका मिल सकेगा। अब B.Ed अभ्यर्थी BTC धारकों के समान ही माने जाएंगे। बता दें PDPET एक 6 महीने का ब्रिज कोर्स है जिसे खासतौर पर B.Ed डिग्री धारकों के लिए तैयार किया गया है। इस कोर्स में उन्हें प्राथमिक बच्चों को पढ़ाने की तकनीक, वैल्यू एजुकेशन, चाइल्ड साइकोलॉजी, असेसमेंट के तरीके और टीचिंग के मॉडर्न मेथड की जानकारी दी जाती है। यह कोर्स पूरी तरह से ऑनलाइन माध्यम से पूरा किया जाएगा और एनआईओएस द्वारा संचालित होगा। कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार को एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा जिसकी मान्यता BTC या D.El.Ed के बराबर हो जाएगी।